Sunday, June 5, 2022

इतवार

हंसी - खुशी,
पहेलियां, अठखेलियां,
पोहे - जलेबियाँ,
आम-रस और सिवईयां,
प्यार - तकरार,
मान - मनुहार,
इज़हार - इकरार,
इन्ही सब से मिलकर बनता है,
तुम्हारा और मेरा इतवार ।

मधुर द्विवेदी

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