पिता सभी बाधाओं के आगे एक अटल दीवार है ।
पिता है तो तो सभी समस्याओं का हल है,
पिता से जीवन में एक अनकहा संबल है ।
पिता, पिता है तो पूरे सभी सपने हैं,
पिता से बढ़कर न कोई दोस्त अपने हैं ।
सबसे महत्वपूर्ण घर में पिता का आसन है,
पिता हैं तो घर में अनुशासन है ।
सूर्य- चंद्र का काम घर में अकेले पिता करते हैं,
अंधेरों में रहकर हमारे जीवन मे उजाले भरते हैं ।
पिता के बिना संसार का हर संस्कार अधूरा है,
मेरे पिता की परछाई ये मेरा जीवन पूरा है ।
- मधुर शैलेश द्विवेदी
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