Friday, July 2, 2021

खरीद लिए हैं





खरीद लिए हैं बाजार,
खरीद लिए हैं अखबार ।

घर बैठे फैल रहा है,
डर बेचने का व्यापार ।

2 रुपये में ट्वीट बिक रही है,
2 करोड में सीट मिल रही है ।

चलो कहीं तो मिल रहा है,
लोगों को रोजगार ।

थोड़ा सा हो रहा है,
तो होता रहे अनाचार ।

मधुर द्विवेदी

No comments:

Post a Comment